Land Registry Documents : भारत में संपत्ति की खरीद और बिक्री एक बेहद ही महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। अगर आप इस प्रक्रिया को पूरा नहीं करते हैं तो आपको संपत्ति का मालिक नहीं माना जाता है। संपत्ति खरीदने और बेचने से पहले जरूरी दस्तावेज की जांच भी करनी चाहिए। इसके साथ ही संपत्ति खरीदने के लिए क्या-क्या डॉक्यूमेंट लगेंगे, इसकी भी जानकारी होनी चाहिए।
आप सभी को बता दे की सरकार के नए नियम के अनुसार जमीन रजिस्ट्री के लिए एक और डॉक्यूमेंट को जोड़ा गया है बिना नए डॉक्यूमेंट के जमीन रजिस्ट्री नहीं होगी। आईए जानते हैं सरकार की तरफ से क्या नियम (Land Registry Rules) लाया गया है?
Land Registry Documents : जमीन रजिस्ट्री को लेकर क्या-क्या दस्तावेज लगेंगे?
अगर आप जब भी जमीन की खरीद बिक्री करते हैं तो सबसे पहले आपको दस्तावेज की जांच करनी चाहिए। अगर आप दस्तावेज की जांच नहीं करते हैं तो आपकी जमीन की रजिस्ट्री (Land Registry) रुक सकती है। रजिस्ट्री के समय बहुत ही मुसीबत का सामना करना पड़ सकता है। इसके लिए सरकार के द्वारा जारी किए गए नई गाइडलाइंस को पालन करना अति आवश्यक है।
जमीन खरीदने या बेचने वाले दोनों पक्षों का अब पैन कार्ड वैध कर दिया गया है, बिना इसके रजिस्ट्री प्रक्रिया पूरा नहीं किया जा सकता है। जब तक आप पैन कार्ड रजिस्ट्री के समय प्रस्तुत नहीं करेंगे तब तक आपकी जमीन की रजिस्ट्री नहीं होगी।
सरकार के तरफ से क्यों लिया गया जमीन रजिस्ट्री में पैन कार्ड से संबंधित फैसला
बता दे की सरकार की तरफ से यह फैसला बहुत सोच समझ कर लिया गया है। सरकार चाहती है की बेनामी संपत्ति और काले धन को लेनदेन पर नियंत्रण किया जा सके। हर लेनदेन का रिकॉर्ड आयकर विभाग के पास हो। इसके अलावा पैन कार्ड के जरिए सरकार रजिस्ट्री से संबंधित ट्रांजैक्शन को टैक्स नेटवर्क से जोड़ सकेगी।
कई मामलों में ऐसा देखा जाता है कि फर्जी नाम से जमीन की खरीद बिक्री होती रहती है। ऐसे में सरकार की तरफ से जारी किए गए नए नियम के अनुसार अगर आप पैन कार्ड देते हैं तो फर्जी नाम से जमीन की खरीद बिक्री नहीं होगी। इसके अलावा जमीन की खरीद बिक्री का पूरा डिजिटल रिकॉर्ड होगा। पैन कार्ड के माध्यम से रजिस्ट्री की प्रक्रिया को डिजिटल वेरिफिकेशन से जोड़ दिया जाएगा।
जमीन रजिस्ट्री के लिए जरूरी दस्तावेज
अगर आप जमीन के रजिस्ट्री करवाने जा रहे हैं या करने वाले हैं तो जमीन की रजिस्ट्री के लिए निम्नलिखित दस्तावेज आपके पास होना चाहिए।
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- फोटो पहचान पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
- जमीन से संबंधित दस्तावेज (खतौनी, नक्शा, इत्यादि)
- बिक्री अनुबंध (सेल डीड)
नए नियम से क्या पड़ेगा प्रभाव?
जिनके पास पैन कार्ड नहीं है उन्हें अब रजिस्ट्री से पहले यह पैन कार्ड डॉक्यूमेंट को बनवाना होगा। विशेष कर ऐसे व्यक्ति जो ग्रामीण क्षेत्र में आते हैं अब यह एक बड़ी जरूर बन जाएगी।
बिल्डर और रियल एस्टेट डीलर पर पड़ेगा प्रभाव, उनके द्वारा की जा रही हर रजिस्ट्री का आयकर विभाग के पास रिकॉर्ड किया जाएगा, जिससे कि टैक्स चोरी की संभावनाएं बहुत कम हो जाएगी।
बीनामी संपत्ति का लेनदेन अब मुश्किल होगा क्योंकि पैन कार्ड से व्यक्ति की पहचान किया जाएगा और टैक्स रिकॉर्ड दोनों जुड़े हुए होंगे।
जमीन रजिस्ट्री के मामले में सरकार का क्या है उद्देश्य?
इस बदलाव का प्रमुख उद्देश्य है की संपत्ति से जुड़ा ट्रांजैक्शन को अधिक प्रदेश बनाना है। साथ ही साथ रियल एस्टेट सेक्टर में टैक्स चोरी, बेनामी लेनदेन और भ्रष्टाचार को रोकने के लिए यह एक बहुत ही बड़ा कदम माना जा रहा है।
अगर कोई भी व्यक्ति जानबूझकर फर्जी पैन कार्ड का इस्तेमाल करते हुए पकड़ा जाता है या नियमों का उल्लंघन करते हुए पकड़ा जाता है तो उसे पर आयकर अधिनियम के तहत जुर्माना और कानूनी कार्यवाही किया जाएगा।